Bikaner : शिक्षक संघ राष्ट्रीय की “जयदेव पाठक स्मृति व्याख्यानमाला” अहिल्या बाई के जीवन पर गोष्ठी
- आहिल्या बाई होल्कर के जीवन दर्शन पर चर्चा करने जुटी शिक्षिकाएं
- नारी ही बदल सकती है समाज की दिशा
RNE Bikaner.
शिक्षिकाओं की समाज एवं राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए शिक्षिकाओं को आगे आकर संगठित रहते हुए शिक्षकीय दायित्व के साथ साथ सांस्कृतिक एवं सामाजिक दायित्व का निर्वहन करना होगा। यह विचार राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की संयुक्त मंत्री रेखा नारंग ने व्यक्त किए।
रेखा नारंग अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती एवं संगठन संस्थापक जयदेव पाठक स्मृति व्याख्यानमाला पर आयोजित महिला विचार गोष्ठी में बोल रही थी। उन्होंने रानी अहिल्याबाई होल्कर को याद करते हुए उनके जीवन के प्रत्येक पहलू पर प्रकाश डाला।
कहा, वे कुशल सैन्य एवं वित्तीय प्रबन्धक दूरदर्शी न्याय प्रिय कर्मयोगिनी, लोकल्याणकारी, सांस्कृतिक धरोहरों का सरंक्षण करने वाली, राष्ट्र धर्म को सर्वोपरि रखकर राज्य करने वाली राष्ट्रभक्त एवं बहुमुखी प्रतिभा की धनी थी।
जिलामंत्री चन्द्रकला आचार्य ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर के बताये गये महिला सशक्तिकरण के पद चिन्हों पर चलते हुए अपने आप को सक्षम बनाना है।
द्वितीय सत्र में मुख्य वक्ता प्रोफेसर बबीता जैन ने कहा कि वर्तमान समय में लव जिहाद, समलैंगिकता, महिला सुरक्षा, दहेज प्रथा, लिव इन सम्बन्ध, बच्चों में मोबाइल के असुरक्षित उपयोग जैसे अनेक ज्वलंत विषयों पर अपने विचार स्पष्टता से रखते हुए शिक्षिकाओं को अपनी सार्थक भूमिका निभानी होगी।
अध्यक्षता करते हुए प्रदेश सचिव सुशीला कस्वा ने सांस्कृतिक एवं सामाजिक मूल्यों पर विचार रखे। कहा, वर्तमान समय में हमें संगठित होकर सजगता के साथ अपने शिक्षकीय दायित्व के साथ हमारी भारतीय संस्कृति के ज्ञान एवं दृष्टिकोण को समाज के समक्ष रखना होगा।
संचालन जिला संगठन मंत्री सुनीता खीचड़ ने किया। इससे पूर्व डॉ. सीमा व्यास ने सरस्वती वन्दना के साथ कार्यकम प्रारम्भ किया। कार्यक्रम का आभार सन्तोष कौर सन्धु ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पर्यवेक्षक रवि आचार्य, जिलाध्यक्ष मोहनलाल भादू मंडल संयुक्त मंत्री ओमप्रकाश विश्नोई, जिला संगठन मंत्री लेखराम गोदारा, विकास पंवार ममता भारद्वाज, उमा सुथार, लक्ष्मी शर्मा, नगर मंत्री महेश छीपा, अतिरिक्त जिलामंत्री मौहम्मद फैसल, दिनेश आचार्य, सुरेश खेशवानी, गोविन्द जोशी आदि भी उपस्थित रहे।